Due to Busy Schedule, I could not able to complete any Poem. Today Finally I could do it.
प्रेम की लौ जब से जली दिल में मेरे,
बस तुम्ही तुम रहते हो मन में मेरे,
वक़्त कब का जाता है यूँही गुजर,
अब रहा न बस कोई मन पे मेरे !!
जब सुबह का रवि होता है मुस्कुरा,
तुम ही दिख रहे होते हो आगोश में,
शुरुआत होती है दिन की खुशनुमा,
सुन लेता हूँ जब चूड़ियों की खनखने !!
नीर लगता है और भी प्यारा तभी,
हाथ तेरा जब उसमे डूबा रहे,
क्या गजब ढा जाये दिल में मेरे,
पोंछ लू जब चेहरा अपना आँचल में तेरे !!
टूटकर गिर जाना वो शर्ट का बटन,
टांकते प्यारे हांथो का तेरे उसे,
जाना भी शुभ हो जाये घर से मेरा,
लग जाओ तुम गले जो प्यार से !!
करता रहूँ मैं कुर्बान खुद को सदा,
तेरी प्यारी सी भोली सी मुस्कान पर,
एक आंसू भी न आने दूं आँखों में तेरे,
ऐ ख़ुदा मुझपे इतना तू एहसान कर !!
भूंख भी रहे अपनी मदहोशी में,
जो टिफिन भरा हो प्यार से तेरे,
खाते खाते रोटियों में लिपटा रहे,
दिल भी तेरा चला आये संग में मेरे !!
शाम की थकान में कोई दम नही,
मिल जाये जो प्याला चाय का हाथों से तेरे,
खिलखिलाते रहो हमेशा तुम यूँ ही ,
बीते हर पल मेरा बस यादों में तेरे !!
छनकती हुयी पायलों का वो स्वर,
नींद की मेरी गहराई बढाती रहे ,
सारे दुःख तेरे ले लूं मै अपने काँधे पे,
सपने हसीन, तेरी पलकें सजाती रहे !!
अब ख़ुदा से और चाहूँ भी तो क्या,
दीवानगी अपनी हद से गुजरती रहे ,
आ भी जाये मौत कल तो कोई गम नहीं ,
बस जिंदगी प्यार से भरी ऐसी चलती रहे !!
बस जिंदगी प्यार से भरी ऐसी चलती रहे !!!
जिंदगी प्यार से भरी ऐसी चलती रहे !!!
प्रेम की लौ जब से जली दिल में मेरे,
बस तुम्ही तुम रहते हो मन में मेरे,
वक़्त कब का जाता है यूँही गुजर,
अब रहा न बस कोई मन पे मेरे !!
जब सुबह का रवि होता है मुस्कुरा,
तुम ही दिख रहे होते हो आगोश में,
शुरुआत होती है दिन की खुशनुमा,
सुन लेता हूँ जब चूड़ियों की खनखने !!
नीर लगता है और भी प्यारा तभी,
हाथ तेरा जब उसमे डूबा रहे,
क्या गजब ढा जाये दिल में मेरे,
पोंछ लू जब चेहरा अपना आँचल में तेरे !!
टूटकर गिर जाना वो शर्ट का बटन,
टांकते प्यारे हांथो का तेरे उसे,
जाना भी शुभ हो जाये घर से मेरा,
लग जाओ तुम गले जो प्यार से !!
करता रहूँ मैं कुर्बान खुद को सदा,
तेरी प्यारी सी भोली सी मुस्कान पर,
एक आंसू भी न आने दूं आँखों में तेरे,
ऐ ख़ुदा मुझपे इतना तू एहसान कर !!
भूंख भी रहे अपनी मदहोशी में,
जो टिफिन भरा हो प्यार से तेरे,
खाते खाते रोटियों में लिपटा रहे,
दिल भी तेरा चला आये संग में मेरे !!
शाम की थकान में कोई दम नही,
मिल जाये जो प्याला चाय का हाथों से तेरे,
खिलखिलाते रहो हमेशा तुम यूँ ही ,
बीते हर पल मेरा बस यादों में तेरे !!
छनकती हुयी पायलों का वो स्वर,
नींद की मेरी गहराई बढाती रहे ,
सारे दुःख तेरे ले लूं मै अपने काँधे पे,
सपने हसीन, तेरी पलकें सजाती रहे !!
अब ख़ुदा से और चाहूँ भी तो क्या,
दीवानगी अपनी हद से गुजरती रहे ,
आ भी जाये मौत कल तो कोई गम नहीं ,
बस जिंदगी प्यार से भरी ऐसी चलती रहे !!
बस जिंदगी प्यार से भरी ऐसी चलती रहे !!!